google.com, pub-9828067445459277, DIRECT, f08c47fec0942fa0 ना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगे,

ना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगे,



ना तुम दूर जाना ना हम दूर
                 जाएंगे,
     अपने अपने हिस्से की
           दोस्ती निभाएंगे ,
  बहुत अच्छा लगेगा जिंदगी
             का ये सफर ,
     आप अपने घर से याद  
                 करना
         हम अपने घर से
             मुस्कुरायेंगे
      ऐसे  ही "कोरोना "को   
         भारत से भगायेंगे
       तन से NEGATIVE
       मन से POSETIVE,
                  रहें !!
          स्वस्थ रहेंगे हम ,
                  और
     स्वस्थ रहेगा हमारा देश
तूफ़ान के हालात हैं, ना किसी सफर में रहो
पंछियों से है गुज़ारिश, अपने शजर में रहो

ईद के चाँद हो, अपने ही घरवालों के लिए
ये उनकी खुशकिस्मती है, उनकी नज़र में रहो

माना बंजारों की तरह घूमे हो डगर-डगर
वक़्त का तक़ाज़ा है, अपने ही शहर में रहो

तुमने खाक़ छानी है, हर गली चौबारे की
थोड़े दिन की तो बात है, अपने घर में रहो

Previous Post Next Post