कविता
कविता:पढ़ो ताकि अगली नस्लों को जीने का अंदाज़ दे सको!,
✍️✍️✍️ पढ़ो ताकि.... हिसाब दे सको! पढ़ो ताकि हिसाब ले सको! पढ़ो ताकि सवाल कर सको! पढ़ो ताकि जवाब दे सको! पढ़ो ताकि साज़िश सम…
✍️✍️✍️ पढ़ो ताकि.... हिसाब दे सको! पढ़ो ताकि हिसाब ले सको! पढ़ो ताकि सवाल कर सको! पढ़ो ताकि जवाब दे सको! पढ़ो ताकि साज़िश सम…
मनुष्य को केवल सकारात्मक चिंतन करने की आवश्यकता है। इसी से वह खुशहाल जीवन जी सकता है। और ऐसे जीवन की कल्पना इस मारवाड़ी कवित…