घर में रहकर इन योगासनों की मदद से खराब डाइजेशन और स्ट्रेस से पा सकते हैं
निजात, बच्चों के लिए काफी फायदेमंद है -योगासन
प्राणायाम
अनुलोम-विलोम
1.
किसी भी आराम की
स्थिति में बैठ जाएं और आंखों को धीरे से बंद करें।
2.
दाहिने हाथ के
अंगूठे से दाहिनी नासिका को बंद करें और बाएं नासिका से सांस लें।
3.
फिर बाएं नासिका को
बंद करें और दाएं नासिका से सांस छोड़ें।
4.
इसके बाद दाहिनी
नासिका से सांस लें और बाएं से छोड़ें।
5.
ऐसा लगातार 10 बार करें। दाएं से
बाएं फिर बाएं से दाएं का एक चक्र पूरा होता है।
फायदा: शरीर में एनर्जी बढ़ती है।
फोकस बढ़ता है, मैमोरी तेज होती है और ध्यान का विकास होता है। पॉजिटिविटी बढ़ती
है और तनाव कम होता है।
त्राटक क्रिया
1.
किसी सुखदायक
स्थिति में बैठें।
2.
दोनों हाथों को
ज्ञान की मुद्रा में घुटनों पर रखें।
3.
दीपक को 1 से डेढ़ फीट की
दूरी पर आंखों के बराबर पर रखें। ध्यान रखें कि आंखों को ऊपर नीचे न करना पड़े।
4.
दीपक की लौ को तब
तक देखें जब तक आंखें थक न जाएं या आंसू न आएं।
5.
धीरे से आंखों को
बंद कर लें और 2-3 मिनट तक शांत बैठें।
फायदा: आंखों की
रोशनी बढ़ती है और चश्मे का नंबर कम हो जाता है। फोकस करने में मदद मिलती है।
आंखों को आराम मिलता है और कॉर्निया ठीक रहता है।
ध्यान दें- वज्रासावधानी- घुटनों का दर्द, हर्निया में यह आसन न करें।
स्ट्रेस को कम करने के लिए लें
पर्वतासन का सहारा
पर्वतासन: सुखासन में बैठ जाएं। दोनों हाथों
को प्रणमासन में रखकर धीरे से सिर के ऊपर रखें और सीधा करें। आंखें बंद कर के
ध्यान करें।
सावधानी: साइटिका, स्लिपडिस्क, कमर दर्द होने पर यह आसन न करें
सावधानी: साइटिका, स्लिपडिस्क, कमर दर्द होने पर यह आसन न करें