श्रीनाथजी जी सब ठीक करो...
मुझको श्रीनाथजी आना है...
करनी है दो बातें तुमसे...
फिर से दर्शन पाना है...
श्रीनाथजी जी सब ठीक करो...
मुझको श्रीनाथजी आना है...
जो हालात हुए हैं जग के...
ये ना किसी ने सोचा होगा ...
मौत के इस अजीब से डर ने ना जीवन को नोचा होगा...
आ के इसको ख़तम करो अब...
वचन ये तुमको निभाना है...
श्रीनाथ जी सब ठीक करो...
मुझको श्रीनाथजी आना है...
श्रीनाथ की गलियां मुझे याद बड़ा ही आती है ...
तुमसे मिलने की चाह रह रह कर दिल को तड़पाती है...
नम हैं आंखें दिल है सूना...
ऐसे ना चल पाना है...
श्रीनाथजी सब ठीक करो...
मुझको श्री नाथजी आना है...
ना सोचा था सपने में भी ऐसे दिन भी आयेंगे ...
गलियां सूनी होंगी तेरी...
सब घरों में बंध जाएंगे...
बिनती हमारी यही श्री नाथजी...
अब इस बंधन से भी छुड़वाना है...
श्री नाथ जी सब ठीक करो...
मुझको श्रीनाथ जी आना है...