प्राचीन आख्यानो से युक्त ग्रंथ को पुराण
कहते
पुराणों के रचयिता लोम
हर्ष अथवा उनके पुत्र उग्रश्रवा माने जाते हैं A
पुराणों का संकलन कार्य गुप्त काल
या ईसा कि तीसरी और चोथी शताब्दी में !
कुल 18 पुराण
1.मत्स्य पुराण, 2.विष्णु पुराण, 3.वायु पुराण,4.भागवत पुराण,5.ब्रह्म पुराण,
6.पदम् पुराण, 7.नारद पुराण,8.मार्कण्डेय
पुराण,9.अग्नि पुराण,10.भविष्य पुराण
11.लिंग पुराण,12.वराह पुराण,13.वामन पुराण,14.स्कन्द पुराण,15.ब्रह्मवर्त
पुराण,
16.कुर्म पुराण,17.ब्रह्मांड
पुराण,18.गरुड पुराण
सर्वाधिक प्राचीन
एवं प्रमाणिक मत्स्य पुराण जिसमें विष्णु के 10 अवतारों का
उल्लेख है |
ब्रह्म पुराण इसे आदि पुराण भी कहा जाता
है
स्कन्द पुराण सबसे बड़ा पुराण
गरुड पुराण सबसे नवीन पुराण
पुराण संबंधित राजवंश
विष्णु पुराण
मौर्य वंश
मत्स्य पुराण शुंग सातवाहन वंश
वायु पुराण
गुप्त वंश
दर्शन प्रवर्तक
सांख्य कपिल
योग पतंजलि
वैशेषिक कणाद
न्याय गौतम
पूर्व मीमांसा जैमिनी
उत्तर मीमांसा बादरायण
सर्ग :- जगत की सृष्टि
प्रति सर्ग :- प्रलय के बाद जगत
की पुनः सृष्टि
वंश :- ऋषियों एवं
देवताओं की वंशावली
मन्वंतर :- महायुग
वंशानुचरित्र :- प्राचीन राजकुलो
का इतिहास
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HISTORY NOTES