बौद्ध
· बौद्ध साहित्य की प्रथम भाषा पालि
तथा द्वितीय भाषा संस्कृत
· जातक कथाएं महात्मा बुध के
पूर्व जन्मों की कथाओं का संकलन किया गया है
· त्रिपिटक ग्रंथ : त्रिपिटक बौद्ध
ग्रंथ है भाषा पालि बुद्ध की मृत्यु के बाद उनकी शिक्षाओं का संकलन तीन भागों में
किया गया
1.विनय पिटक बुद्ध द्वारा दिए गए
नियम व आचार की शिक्षाएं संकलनकर्ता उपालि2.सूत पिटक सबसे बड़ा संकलनकर्ता आनंद बौद्ध धर्म का शब्दकोश
3.अभिधम्म पिटक इसमें बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धांत है संकलनकर्ता मोगली पुत्त तिस्स
· त्रिपिटको की भाषा
पालि
· सुत्त पिटक विनय पिटक
की रचना प्रथम बौद्ध संगति में
· अभिधम्म पिटक की रचना तृतीय
बौद्ध संगति में
· बुद्ध चरित्र रचनाकार
अश्वघोष सौंदर्य आनंद रचनाकार अश्वघोष
· अंगुत्तर निकाय में
16 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है
· त्रिपिटक के अतिरिक्त
दीप वंश महा वंश और मिलिंद पद्हो बोद्ध ग्रंथ है
जैन ग्रंथ
· प्राकृत व पालि भाषा
मे
· जैन साहित्य की प्रथम
भाषा अर्धमागधी
· जैन साहित्य को आगम
· जैन धर्म का प्रारंभिक
इतिहास भद्रबाहु द्वारा रचित कल्प सूत्र से मिलता है
· पुराणों में जैन
साहित्य को चरित्त कहा है
· भगवान महावीर के जीवन
कार्यों का विवरण भगवतीसु में मिलता है
· ललित विस्तार महायान
का धर्म ग्रंथ
· महावस्तु हीनयान से
संबंधित ग्रंथ
· कल्पसूत्र रचनाकार
भद्रबाहु
भाषा संस्कृत
· भगवती सूत्र जैनियों
का महत्वपूर्ण ग्रंथ जैन धर्म का विकास 16 महाजनपदों के सूची का उल्लेख
· परिशिष्ट पर्वन
रचनाकार हेमचंद्र भाषा प्राकृत
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HISTORY NOTES