आपके हाथों में आपका स्वास्थ्य:अगर आपने रखा इनका खयाल तो, ये रखेंगे आपका खयाल
आज हर कोई-क्या गरीब; क्या अमीर-अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है।
बीमारी केवल शारीरिक ही नहीं हुआ करती; अगर
व्यक्ति मानसिक बीमारियों जैसे-काम; क्रोध; लोभ; मोह आदि
से ग्रस्त हैं तो भी वह बीमार ही माना जाएगा। अत: पूर्ण स्वस्थ व्यक्ति वह है; जो शारीरिक एवं मानसिक दृष्टि से स्वस्थ है।
बीमारियों का कारण हम स्वयं बनते हैं। शारीरिकबीमारियों
केनिवारण केलिए 'प्रात: भ्रमण' तथा 'योग' को दिनचर्या में अपनाना जरूरी है। इससे बिना दवा
खाए भी व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है।
आपके हाथों में आपका स्वास्थ्य
आप अपने सभी अंगो को अच्छी तरह से
देखभाल कर अपने को स्वस्थ रखिये।
- आमाशय घायल होता है, जब आप प्रातः काल अल्पाहार नही करते हैं।
- किडनी घायल होती है, जब आप 24 घण्टे में 10 गिलास पानी नही पीते
- पित्ताशय घायल होता है, जब आप रात्रि 11 बजे तक सोते नही है और सूर्योदय से पूर्व जागते नही हैं।
- छोटी आंत घायल होती है, जब आप ठंडा और बासी भोजन करते हैं।
- बड़ी आंत घायल होती है, जब आप बहुत तला भुना और मसालेदार भोजन करते हैं।
- फेफड़े घायल होते हैं, जब आप सिगरेट,और धुयें आदि से प्रदूषित वातावरण में सांस लेते हैं।
- लिवर घायल होता है, जब आप बहुत भारी जंक, फ़ास्ट फ़ूड खाते हैं।
- हृदय घायल होता है, जब आप अपने भोजन में अधिक नमक और केमिकल रिफाइंड तेल खाते हैं।
- अग्न्याशय घायल होता है, जब आप मीठी चीजे ज्यादा मात्रा में खाते हैं क्योंकि वो स्वादिष्ट और सहज उपलब्ध हैं।
- आँखें घायल होती हैं, जब आप कम प्रकाश में मोबाईल और कम्प्यूटर स्क्रीन पर काम करते हैं।
- मस्तिष्क घायल होता है, जब आप नकारात्मक सोचने लगते हैं।
- आत्मा घायल होती है ,जब आप नैतिकता के विरुद्ध कार्य करते हैं।
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Awesome
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