google.com, pub-9828067445459277, DIRECT, f08c47fec0942fa0 केला और नारियल को ही पूजा में क्यों देते है खास स्थान ? जाने सम्पूर्ण जानकारी ..

केला और नारियल को ही पूजा में क्यों देते है खास स्थान ? जाने सम्पूर्ण जानकारी ..

केला और नारियल को ही पूजा में क्यों देते है खास स्थान ? जाने सम्पूर्ण जानकारी ..


क्या आपको पता है कि केला और नारियल हमारे पूजा पाठ में खास स्थान क्यूं रखता है?

आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे इसकी सम्पूर्ण लोजिक जिसके कारन इन्हें विशेष महत्व दिया जाता है!

भगवान को केवल नारियल और केला ही क्यों चढ़ाया जाता है, क्योंकि ये सर्वसुलभ और प्राकृतिक रूप से शुद्ध, स्वच्छ और हर कोई चढ़ा सके ऐसे फल होते हैं.

भगवान को सिर्फ केला और नारियल ही क्यों चढ़ाया जाता है?अन्य फलों की तुलना में नारियल और केला ही दो ऐसे फल हैं जिन्हें पवित्र फलमाना जाता है।

 नारियल और केला ये दो ही ऐसे फल है जो किसी के जूठे बीज से उत्पन्न नही होते, मतलब अगर हमे आम का पेड़ लगाना है तो हम आम को खाते है और उसके बीज या गुठली को जमीन में गाड़ते है तो वह पौधे के रूप में उगता है, या फिर ऐसे ही गुठली निकाल के लगा दे तो भी वह उस पेड़ का बीज(जूठा या अंग) ही हुआ, लेकिन केले का या नारियल का पेड़ लगाने को केवल जमीन से निकला हुआ पौधा(ओधी) ही  लगाते है, जो की खुद में ही पूर्ण है, न किसी का बीज न हिस्सा, न जूठा। इसलिए भगवान को सम्पूर्ण फल अर्पित किया जाता है।

दूसरी ओर अन्य फलों के खाए हिस्से को फेकने या बर्ड ड्रॉप से भी उसके पौधे उग आते हैं।इसलिए इन फलों को शुद्ध या पवित्र नहीं माना जाता है।दूसरी ओर केला व नारियल को पवित्र फल माना गया है और भगवान के भोग के लिए सबसे उचित माना गया है।

नारियल का पौराणिक महत्व

मान्यता है कि विष्णु भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते समय मां लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष और कामधेनु को अपने साथ पृथ्वी पर ले आए थे. नारियल के पेड़ को कल्पवृक्ष भी कहा जाता है जिसमें त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है. भगवान शिव को भी नारियल बहुत प्रिय है. नारियल पर बनी तीन आँखों की तुलना शिवजी के त्रिनेत्र से की जाती है. इसलिए नारियल को बहुत शुभ माना जाता है और पूजा-पाठ में प्रयोग किया जाता है.

हमारे पूर्वज कितने ज्ञाता थे, जो चीजे हमे आज तक पता नहीं वो पहले से जानते थे और उसका जीवन में इस्तेमाल कर जीवन पद्दति  में ढाल लिए थे, जो हमे परंपरा से प्राप्त हुआ है, केवल हम उन्हे इस्तेमाल करते गए पर उनकी क्यों और क्या महत्ता है ये जान नही सके।

उम्मीद है पोस्ट आपको पसंद आई हो तो पोस्ट like share और कमेंट जरुर करे और अपने मिलने वालो को अवश्य बताये !

उपर दी गई जानकारी मे अगर यदि आपका कोई भी विचार,सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए जिससे हम आपकी मदद कर सकें !

अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे Like और share जरूर करें ! इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद

Post a Comment

ऑनलाइन गुरुजी ब्लॉग में आपका स्वागत है
ऑनलाइन गुरुजी,ब्लॉग में आप शैक्षिक सामग्री, पाठ्यपुस्तकों के समाधान के साथ पाठ्यपुस्तकों की पीडीएफ भी डाउनलोड कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शैक्षिक सामग्री भी यहाँ उपलब्ध कराई जा रही है। यह वेबसाइट अभी प्रगति पर है। भविष्य में और सामग्री जोड़ी जाएगी। कृपया वेबसाइट को नियमित रूप से देखते रहें!

Previous Post Next Post