गुर्जर प्रतिहार
साम्राज्य और गुर्जर सम्राट उसके अधीन आने वाले प्रमुख वंश
गुर्जर
प्रतिहार राजवंश (650-1036 ई०)
1. नागभट्ट गुर्जर सम्राट
2 ककुष्ठा और देवराज गुर्जर
3. वत्सराज
गुर्जर सम्राट
4 नागभट्ट
द्वित्तीय
5 रामभद गुर्जर सम्राट
6 मिहिर भोज
महान
7. महेंदर
पाल सम्राट
8. महिपाल
गुर्जर सम्राट
9 महेंदर पाल द्वितीय
10. देवपाल
गुर्जर सम्राट
11. विजयपाल
गुर्जर सम्राट
12. राज्यपाल
गुर्जर सम्राट
13. त्रलोचनपाल
गुर्जर सम्राट
14. यशपाल
गुर्जर सम्राट
गुर्जर
प्रतिहार राजवंश के अधीन
आने वाले प्रमुख वंश
1. परमार
गुर्जर वंश
2. चौहान
गुर्जर वंश
3. गुहिल गुर्जर वंश
4. मोरी
गुर्जर वंश
5. चंदेल
गुर्जर वंश
7. गुर्जरेश
चालुक्य वंश
8. तोमर तंवर
गुर्जर वंश
9.खटाणा गुर्जर
10. भाटी
गुर्जर वंश
11. मैत्रक
गुर्जर वंश
12. चप गुर्जर
वंश (चावडा)
13. भडाणा
गुर्जर वंश
14. धामा
गुर्जर यश
गुर्जर
रणनृत्य कला
भारत की
एक प्राचीन युध्दकला गुर्जर सम्राट नागभट्ट ने उज्जैन को नयी राजधानी बनाया।
नागभट्ट ने भारतीय संस्कृति व सभ्यता के लिये जो किया वह -अतुलनीय है। इसीलिये
इन्हें राष्ट्रनायक की उपाधि से विभूषित किया जाता है। राष्ट्ररक्षक वीर गुर्जर यह
कथन उन्हीं के कारण चरितार्थ हुआ।गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य ने 300 साल
विदेशीयो से देश की रक्षा की। इसी समय गुर्जरी ने एक नये युद्धनृत्य की रचना की
जिसे गुर्जर रणनृत्य कहा जाता है। गुर्जरो के संख्या बल में कम होने के कारण व
शत्रुओ की विशाल सेना से भिड़ने से पूर्व यह नृत्य किया जाता था जिससे शत्रु को
भ्रम होता था कि गुर्जर सैना बहुत अधिक है। गुर्जर रणनृत्य कला पर आज भी रिसर्च
जारी है।
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GURJAR HISTORY