गुर्जरात्रा, गुर्जरदेश -
गुजरात शब्द सस्कृत के शब्द
गुजरात्रा अथवा प्राकृत के गुजराता से निकला हे जिसका अर्थ है गुर्जरो का दैश अथवा
गुर्जरो दवारा रक्षित क्षेत्र ।
गुजरात ( काठियावाड - भारत ) , गुजरात, गुजरावाला , गुजरखान ( पाकिस्तान ), गुजरस्थान (गजनी के पास अफगानिस्थान), गुजरस्तान (जॉर्जिया ), गुर्जर घार (ग्वालियर ), गुर्जरी बाजार ( पटना - बिहार, मेरठ - उ.प्र.) गुर्जर ताल ( बाडमेर - राजस्थान, जौनपुर - उ.प्र ), गुर्जर नदी ( बलूचिस्तान -पाकिस्तान ) पोषवाल मन्डी ( जददा-सउदी अरब ) गुर्जर खासी ( अफगानिस्थान ) खटाना खील व कसाना खील कबाइलि प्रान्त ( अफगानिस्थान ) भाजन गुर्जरी (जलगांव -महाराष्ट्र ) गुर्जर पाल (भोपाल -मध्यप्रदेश ) गुर्जर नगर (जम्मू ) गुर्जर घाटी ( जयपुर- राजस्थान ) आदि गुर्जरो के प्रतीक चिन्ह हे।
पचंतन्त्र मे कथा आती हे जिसके अनुसार गुर्जर दैश जहा ऊटो का मेला लगता था । यह वर्णन मिलता हे कि एक रथकार इस गुर्जर देश मे ऊंट लेने के लिए गया ।
गुजरात से लेकर काश्मीर तक का पूरा इलाका "गुर्जर दैश" के नाम से जाना जाता था ।
पचंतन्त्र मे कथा आती हे जिसके अनुसार गुर्जर दैश जहा ऊटो का मेला लगता था । यह वर्णन मिलता हे कि एक रथकार इस गुर्जर देश मे ऊंट लेने के लिए गया ।
गुजरात से लेकर काश्मीर तक का पूरा इलाका "गुर्जर दैश" के नाम से जाना जाता था ।
संदर्भ
1. पंचतंत्र कथा -14
2. कीलहार्न सस्करण पृष्ठ - 32 ( सर जान मार्शल )
2. कीलहार्न सस्करण पृष्ठ - 32 ( सर जान मार्शल )
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GURJAR HISTORY