google.com, pub-9828067445459277, DIRECT, f08c47fec0942fa0 वेदों से समन्धित महत्वपूर्ण बिंदु !

वेदों से समन्धित महत्वपूर्ण बिंदु !




वेद
वेद की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के विद शब्द से जिसका अर्थ जानना
भाषा -संस्कृत
लिपि ब्राह्मी
संकलन महर्षि कृष्ण द्वैपायन वेद व्यास रचना
महर्षि वेदव्यास के तीन अन्य नाम
कृष्ण द्वैपायन    (द्वीप में पैदा होने वाला)
बादरायण           (बद्रीनाथ में रहने वाला)
वेदव्यास            (वेदों का संकलन करने वाला)

स्थल वेदों की रचना सप्त सैंधव क्षेत्र पंजाब में हुई
वेदों के अन्य नाम (नित्य, श्रुति, अपौरूषेय ,संहिता)
वेदों पर लिखित अंग्रेजी भाषा की पहली पुस्तक मैक्स मूलर कृत सीक्रेड बुक ऑफ द ईस्ट
वेद भारत के सबसे प्राचीन धर्म ग्रंथ है|
वेद चार है (ऋग्वेद] यजुर्वेद] सामवेद] अथर्ववेद)
ऋग्वेद] यजुर्वेद] सामवेद वेद त्रयी
ऋग्वेद (प्राचीनतम)
           ऋग्वेद में दस मंडल 1028 श्लोक
      ऋग्वेद में अग्नि सूर्य इंद्र वरुण देवताओं की स्मृति में  की  गई प्रार्थना का वर्णन है|
   ऋग्वेद के दसवें मंडल पुरुष सूक्त का उल्लेख आता है जिसमें चार वर्ण(ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य,शूद्र) का उल्लेख मिलता है|
      नासदीय सूक्त इसमें ऋग्वैदिक कालीन 40 नदियों का उल्लेख किया गया है
    सबसे पवित्र नदी      सरस्वती
     सबसे प्रसिद्ध नदी      सिंधु
     सबसे अंतिम नदी     गोमल (गोमती)

  • गायत्री मंत्र ओम भूर्भुव स्व तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न प्रचोदयात् का उल्लेख ऋग्वेद के तीसरे मंडल में मिलता है यह मंत्र सूर्य की स्तुति में है|
  • यजुर्वेद (गद्य और पद्य यानी चंपू में)
  • यजुर्वेद का अर्थ है यज्ञ या यज्ञ के नियम एवं विधि की चर्चा की जाती है इसमें इसका पाठ करने वाले ब्राह्मणों को अध्वर्यु कहतें  है|
  •  यजुर्वेद को दो भागों में बांटा गया है कृष्ण यजुर्वेद गद्य शुक्ल यजुर्वेद पद्य
  • सामवेद (भारतीय संगीत का जनक)
  • सामवेद सामवेद का अर्थ है गान या संगीत  जिसे सामयोति कहते हैं|
  • सामवेद के पाठ करने वाले को उद्गाता
  • अथर्ववेद (अंतिम व नवीन)
  • अथर्ववेद का नाम अथर्वा व अंगिरस दो ऋषियों के नाम पर पड़ा|
  • अथर्ववेद का अर्थ है पवित्र जादू अथर्ववेद में रोग निवारण राज भक्ति विवाह अंधविश्वासों का वर्णन है इसमें राजा परीक्षित को कुरूओ का राजा कहा गया है|
  • अथर्ववेद के अन्य नाम श्रेष्ट वेद,ब्रह्म्वेद,भोतिक वेद,लोकिक वेद व नवीन वेद
नोट :- पंचम वेद के रूप में महाभारत को जाना  जाता है|
वेदों के उपवेद
      ऋग्वेद    आयुर्वेद
       यजुर्वेद     धनुर्वेद
      सामवेद     गंधर्व वेद
       अथर्ववेद    शिल्प वेद
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