मातृभाषा दिवस 21 फरवरी :International Mother Language Day
मनुष्य के जीवन में भाषा की अहम भूमिका है. भाषा के ज़रिये ही देश और विदेशों के साथ संवाद स्थापित किया जा सकता है. इसके महत्त्व को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष 21 फरवरी के दिन को “अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस” के रूप में मनाया जाता है.
मातृभाषा :- जिस भाषा को बालक बचपन में अपनी माँ से सीखता है उसे मातृभाषा कहते हैं।
(माता के मुख की भाषा) जन्म से हम जिस भाषा का प्रयोग करते है वही हमारी मातृभाषा है।
"मायड़ भासा बोलतां, जिणने आवे लाज।
ऐड़ा कपुतां सुं दुखी, आखो देस समाज"।।
विश्व में 7,000 से अधिक भाषाएँ हैं, जिसमें से सिर्फ भारत में ही लगभग 22 आधिकारिक मान्यता प्राप्त भाषाएँ, 1635 मातृभाषाएँ और 234 पहचान योग्य मातृभाषाएँ हैं।
पंचायत तो मोकळी,पंच बैठिया मून ।
बिन भाषा रै भायला,च्यारूं कूंटां सून ॥
भलो बणायो बाप जी,गूंगो राजस्थान ।
बिन भाषा रै प्रांत तो,बिन देवळ रो थान॥
मायड भाषा बेलियो,निज रो है सनमान ।
पर भाषा नै बोल कर,क्यूं गमाओ शान ॥
मातृभाषा दिवस मनाने का उद्देश्य : विश्व में भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिता को बढ़ावा देना ।लोगों को अपनी भाषा के महत्व को पहचान सके। भाषा किसी भी व्यक्ति की पहचान को दिखाता है।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की शुरुआत
यूनेस्को ने 17 नवम्बर, 1999 में इसे माने की घोषणा की है। और 2000 से हर वर्ष 21 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिन बांग्लादेश के लम्बे समय से अपनी मातृभाषा बांग्ला की रक्षा के लिए किये गये प्रयास की याद में मनाया जाता है।
मातृभाषा दिवस को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता: वर्ष 2008 को अन्तरराष्ट्रीय भाषा वर्ष घोषित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र आम सभा ने अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के महत्व को फिर दोहराया है।
- यूनेस्को द्वारा अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की घोषणा से बांग्लादेश के भाषा आन्दोलन दिवस को अन्तरराष्ट्रीय स्वीकृति मिली, जो बांग्लादेश में सन 1952 से मनाया जाता रहा है।
- बांग्लादेश में इस दिन एक राष्ट्रीय अवकाश होता है।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस, 2021 की थीम ‘शिक्षा और समाज में समावेशन के लिये बहुभाषावाद को प्रोत्साहन’ (Fostering Multilingualism for Inclusion in Education and Society) है।
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस, 2022 की थीम “बहुभाषी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग: चुनौतियां और अवसर” (“Using technology for multilingual learning: Challenges and opportunities”), बहुभाषी शिक्षा को आगे बढ़ाने और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और सीखने के विकास का समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी की संभावित भूमिका पर चर्चा करेगा।
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