“सोती हुई गुर्जर कौम को जगाने वाले” कर्नल श्री किरोड़ी सिंह जी बैंसला !
“स्वस्थ रहो,शिक्षित रहो,संगठित रहो,और क़र्ज़ मुक्त रहो”- कर्नल बैंसला
आज सदी का
वह सूरज अस्त हो गया जिसने हजारों जुगनुओं को अपनी रोशनी लुटा दी....निःशब्द..
ज़ख़्म तो आएँगे पर मरहम नहीं आने वाला
सादगी का लिए कोई परचम नहीं आने वाला ।
आगे आने वाली कई सदियों को तरसना होगा
आगे कोई कर्नल नहीं आने वाला।।
जीवन परिचय-
- नाम- कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला
- जन्म तिथि -12 सितंबर 1939
- पिता का नाम -श्री बच्चू सिंह बैसला
- पत्नी का नाम -स्वर्गीय श्रीमती रेशम देवी गुर्जर
- संतान एक लड़की और तीन लड़के है
- सुनीता बैसला ( पुत्री )प्रिंसिपल कमिश्नर इनकम टैक्स जयपुर
- दौलत सिंह बैसला( बेटा) ब्रिगेडियर भारतीय थल सेना
- जय सिंह बैंसला (बेटा) डीआईजी असम राइफल
- विजय बैसला ( बेटा )विदेश में इंजीनियरिंग सेवा को छोड़कर राजनीति
- पता – गांव मुड़िया तहसील टोडाभीम जिला करौली (राजस्थान)
कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का जन्म राजस्थान के करौली जिले के
मुंडिया गांव में बच्चू सिंह बैसला के घर 1939
में जन्म हुआ था उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई इसके बाद वह भरतपुर और
जयपुर के महाराजा कॉलेज में पढ़ाई की
इसके बाद उनकी प्रथम सर्वेश महुआ में अंग्रेजी व्याख्याता के पद
पर लगी और वह 2 साल व्याख्याता के पद पर नौकरी करने के बाद भारतीय सेना में
भर्ती हुए
इसके बाद वह भारतीय सेना में कर्नल के पद से रिटायर हुए और 1971 भारत पाक युद्ध में भी इन्होंने भाग लिया और युद्धबंदी भी रहे
1991 में भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद 1994 में उनकी धर्मपत्नी ग्राम पंचायत मुड़िया की सरपंच बनी इसके
बाद 1996 में उनकी धर्मपत्नी की मृत्यु हो गई और उस दौरान राजस्थान में
गुर्जर समाज अनुसूचित जनजाति के आरक्षण की मांग को लेकर लामबंद हो रहा था उन्होंने
लगभग 300 गांव में मीटिंग करके जन जागरण का कार्य किया और उनको दौसा
जिले के ग्राम पीपलखेडा में 2005 में गुर्जर आरक्षण
संघर्ष समिति का संयोजक बनाया गया इस दौरान उन्होंने गुर्जर समाज को न केवल विश्व
के मानचित्र पर प्रदर्शित किया बल्कि राजस्थान में गुर्जरों को आरक्षण दिलवाने की
मुहिम को तेज किया इसके बाद बार-बार राज्य सरकार से समझौता और आंदोलन कर उन्होंने
राजस्थान के गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग का 5% आरक्षण दिलवाया और वह
मुहिम आज तक निरंतर जारी है कर्नल बैसला ने गुर्जर समाज को आजादी के बाद पुनः
जीवित कर आधुनिक परिवेश में 21वीं सदी में अन्य
समाजों के बराबर खड़ा करने का कार्य किया है
सामाजिक
उद्देश्य-कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला गुर्जर समाज मैं शिक्षा को लेकर जन
जागरण का कार्य किया
शिक्षा और सेना जैसे
दो आदर्श संस्थानों में काम करने के पश्चात ,समय के साथ विकास की
गति में पिछड़ गए समाज को मुख्य धारा में लाने का जो बीड़ा आपने उठाया और उसे
अंजाम तक पहुंचाने के लिए आपने जो संघर्ष
किया और तत्कालीन शासन व्यवस्थाओं की तमाम दमन और शमन की कूटनीतियों को ज़ाया
कर जो सामाजिक इंक़लाब पैदा किया ,उसी का परिणाम है आज समाज सही दिशा में अग्रसर होता जा
रहा है और आपके द्वारा कही हुई बात we
are none to second धरातल पर क्रियान्वित होती हुई दिख रही है।
आपके द्वारा जलाई हुई
यह सामाजिक चेतना और सामाजिक परिवर्तन की मशाल निश्चित रूप से समाज को हरावल दस्ते
में लाने में कारगर होगी
समाज आपका सदैव आभारी रहेगा ।
"अच्छा स्वास्थ्य, अच्छी शिक्षा
शिक्षित माँ, कर्ज मुक्त समाज "
ये जो मूल वाक्य आप छोड़कर गए हैं सदियों तक वो समाज को दिशा दिखलाता रहेगा ।
यह समाज आपका सदैव ऋणी
रहेगा कर्नल साहब