सिबिल स्‍कोर कैसे बढाये: ताकि ब्याज पर मिल सके लोन

सिबिल स्‍कोर कैसे बढाये: ताकि ब्याज पर मिल सके लोन

सिबिल स्कोर क्या है?

क्रेडिट स्कोर को आसान भाषा में कहें तो सिबिल स्कोर किसी भी व्यक्ति का वित्तीय साख होता है। क्रेडिट स्कोर के अनुसार ही यह तय होता है कि किस व्यक्ति को लोन मिलेगा और किस व्यक्ति को लोन नहीं मिलेगा।

सिबिल स्कोर एक तीन अंकों वाली संख्या होती है। यह संख्या 300 से 900 के बीच होती है। अब आपका सवाल हो सकता है की इस संख्या को बनाता कौन है? तो इस सवाल का उत्तर है – सिबिल नाम की एक कंपनी है। इस कंपनी का पूरा नाम ट्रांसयूनियन सिबिल लिमिटेड है। यही कंपनी किसी भी व्यक्ति का सिबिल क्रेडिट स्कोर तय करती है।

सिबिल स्कोर चैक करे!

स्टेप 1: आधिकारिक CIBIL वेबसाइट https://www.cibil.com/ पर जाएं

स्टेप 2: ‘अपना सिबिल स्कोर प्राप्त करें’ बटन पर क्लिक करें

स्टेप 3: अपना निःशुल्क वार्षिक CIBIL स्कोर पाने के लिए “यहां क्लिक करें” पर क्लिक करें

स्टेप 4: अपना नाम, ईमेल आईडी और पासवर्ड टाइप करें। एक आईडी प्रूफ (पासपोर्ट नंबर, पैन कार्ड, आधार या वोटर आईडी) संलग्न करें। फिर अपना पिन कोड, जन्मतिथि और अपना फोन नंबर डालें

स्टेप 5: ‘स्वीकार करें और जारी रखें’ पर क्लिक करें

स्टेप 6: आपको अपने मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा। OTP में टाइप करें और ‘जारी रखें’ चुनें

स्टेप 7: ‘डैशबोर्ड पर जाएं’ चुनें और अपना क्रेडिट स्कोर जांचें

स्टेप 8: आपको वेबसाइट, myscore.cibil.com पर रिडायरेक्ट किया जाएगा

स्टेप 9: ‘सदस्य लॉगिन’ पर क्लिक करें और लॉग इन करने के बाद, आप अपना CIBIL स्कोर देख सकते हैं।

सिबिल रिपोर्ट खराब होने का कारण

आपकी सिबिल रिपोर्ट में आपके खाते जैसे बैंक खाता, लोन और क्रेडिट कार्ड, की पूरी जानकारी होती है। सभी जानकारियां सही होने पर डीपीडी यानि क्रेडिट कार्ड के बिल या किसी लोन की ईएमआई के भुगतान में कितने दिनों की देरी हुई, इसे जरूर देखें। यहां आपको बता दें कि सिबिल सत्यापन के बिना व्यक्तिगत ऋण मिलना संभव नही होता है।

सिबिल रिपोर्ट सुधारने के लिए  टिप्स 

आपके लोन एकाउंट या क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां बैंक सिबिल को भेजते हैं। जाहिर है इसमें रिपोर्टिंग की प्रक्रिया के तहत गलती होने की संभावना भी होती है। बैंक की इन गलतियों की वजह से भी आपका सिबिल स्कोर प्रभावित होता है।

सिबिल स्‍कोर की गलतियां ठीक होने के बाद सिबिल रिपोर्ट सुधारने के लिए आपको समय पर अपने बिलों का भुगतान करते रहना चाहिए। हमेशा नए क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए सोच-समझ कर आवेदन करें। अगर आप लगातार 6 महीने तक वक्त में कर्ज चुकाते है तो आपके सिबिल स्कोर में सुधार आएगा और आगे चलकर लोन लेने में कोई परेशानी नहीं होगी।

होम लोन, ऑटो लोन जैसे सिक्योर्ड लोन को ज्यादा अहमियत देनी चाहिए और अनसिक्योर्ड लोन लेने से बचना चाहिए। आपको अपना क्रेडिट कार्ड अकाउंट बंद करने से बचना चाहिए और लगातार अपने ज्वाइंट अकाउंट खातों की, सिबिल स्कोर की समीक्षा करते रहना चाहिए।

 तय समय पर EMI का भुगतान 

अगर किसी व्यक्ति ने बिजनेस लोन या किसी अन्य्र प्रकार का लोन लिया है तो उन्हें सलाह दी जाती है कि वह अपनी EMI तय तारीख पर जमा कर दें।

क्रेडिट कार्ड बिल का सही समय पर भुगतान 

अत्यधिक क्रेडिट का उपयोग करना हमेशा उचित नहीं होता है। किसी भी व्यक्ति को यह सलाह दी जाती है कि वह अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग बहुत जरूरी होने पर ही करे। जब क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, तो उसकी बिलों का ठीक समय पर कर देना चाहिय।

एक साथ अलग अलग लोन न ले!
एक ही समय पर एक से अधिक लोन लेने पर क्रेडिट स्कोर खराब होने का खतरा बना रहता है। इसके पीछे कारण है कि एक ही समय पर एक से अधिक लोन होने से EMI अधिक हो जाती है। जब EMI हो जाती है तो कई बार EMI जमा करने में दिक्कत होने लगती है। जब EMI समय पर जमा नहीं होती है तो इसका सीधा सर सिबिल स्कोर यानी क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है।


Post a Comment

ऑनलाइन गुरुजी ब्लॉग में आपका स्वागत है
ऑनलाइन गुरुजी,ब्लॉग में आप शैक्षिक सामग्री, पाठ्यपुस्तकों के समाधान के साथ पाठ्यपुस्तकों की पीडीएफ भी डाउनलोड कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शैक्षिक सामग्री भी यहाँ उपलब्ध कराई जा रही है। यह वेबसाइट अभी प्रगति पर है। भविष्य में और सामग्री जोड़ी जाएगी। कृपया वेबसाइट को नियमित रूप से देखते रहें!

Previous Post Next Post