10वीं के बाद क्या करें? – 10th Ke Baad Kya
Kare
आपने अभी तक अपनी स्कूल की पढ़ाई मौज-मस्ती
और हंसी-मजाक में पूरी कर ली और कब 10वीं में आ गए आपको पता भी नहीं लगा, लेकिन अब आपको अपने
बेहतर भविष्य की ओर ध्यान देना है। अगर आपको समझ नहीं आ रहा कि 10वीं के बाद क्या
करें? किस सब्जेक्ट में
आगे की पढ़ाई करें, कौन सा
सब्जेक्ट लें?, जिससे
आपका फ्यूचर अच्छा हो सके तो हमारा यह ब्लॉग आपकी मदद करेगा। इस ब्लाॅग में 10वीं के बाद क्या
करें? (10th ke baad kya kare) से
संबंधित बेस्ट सब्जेक्ट्स और कोर्सेज के बारे में विस्तार से बताया गया है।
10वीं के बाद कौन से सब्जेक्ट चुनें?
10वीं के बाद एक सही सब्जेक्ट का चुनाव
करना हमारे लिए बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इसी पर हमारे आगे का भविष्य निर्भर करता है और यही
सब्जेक्ट हमें 11वीं और 12वीं कक्षा मे पढ़ने होते हैं। 10
ke baad आपके सामने कई विकल्प होते है। नीचे 10वीं के बाद मुख्यतः 3 विकल्प बताए गए हैंः
- आर्ट्स वर्ग
- साइंस वर्ग
- काॅमर्स वर्ग
आर्ट्स स्ट्रीम
10वीं करने के बाद चुना जाने वाला सबसे लोकप्रिय विषय है। इसे वे
विद्यार्थी चुन सकते है जिनके 10वीं बोर्ड में 50℅ या इससे कम अंक आते हैं। इसमें आपको कई प्रकार के विषय पढाये जाते
हैं जिनमे से कुछ निम्न है-
- जियोग्राफी
- सोशल साइंस
- इकोनॉमिक्स
- संस्कृत
- सोशियोलॉजी
- साइकोलॉजी
- हिस्ट्री
- इंग्लिश
- फिलॉसफी
- ड्राइंग
आर्ट्स स्ट्रीम
चुनने के फायदे
दसवीं के बाद
आर्ट्स स्ट्रीम चुनने के फायदे निम्नलिखित हैं :
- 10वीं के बाद आर्ट्स लेने के कई
फायदे होते हैं,
जैसे कॉमर्स और साइंस के मुकाबले
आर्ट्स लेने वाले छात्रों पर दबाव कम रहता है।
- आर्ट्स स्ट्रीम चुनने से छात्रों
को ट्यूशन या कोई क्लासेज लेने की ज़रूरत भी नहीं पड़ती है।
- सबसे बड़ा फायदा यह है कि आर्ट्स
के छात्र सिविल सर्विसेज जैसे IAS, IPS आदि के परीक्षा की तैयारी कर सकते
हैं। ऐसा इसलिए कि आर्ट्स में से विषय सिविल सर्विसेज में से पूछे जाते हैं।
- कॉमर्स और साइंस के मुकाबले आर्ट्स
में विषय या कोर्स करने पर फीस भी कम रहती है।
साइंस स्ट्रीम
साइंस स्ट्रीम को वह विद्यार्थी चुन
सकते है जो पढ़ाई में काफी ज्यादा तेज हैं। यह विषय थोड़ा मुश्किल होता है। साइंस
को पढ़ने के लिए आपको 10वीं में 50 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने होते है।
साइंस वर्ग के 2 भाग होते हैं-
- मेडिकल- अगर आपको डॉक्टर/साइंटिस्ट बनना हो तो इसे चुनना होगा। इसमें आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री के साथ बायोलॉजी पढाई जाती है।
- नॉन मेडिकल (टेक्निकल)- अगर आपको इंजीनियर बनना हो तो आप इसे चुनें।
इसमे आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री के साथ मैथ्स पढ़ाई जाती हैं।
साइंस स्ट्रीम चुनने के फायदे
दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम चुनने के निम्नलिखित फायदे हैं :
- साइंस स्ट्रीम इंजीनियरिंग, मेडिकल, IT जैसे कई बेहतरीन करियर विकल्प
प्रदान करता है। इसके अलावा रिसर्च में भी विकल्प तलाश सकते हैं।
- साइंस लेने का सबसे बड़ा फायदा यह
है कि इससे छात्रों के पास बड़ी मात्रा में आगे के लिए विकल्प खुल जाते हैं।
छात्र साइंस से कॉमर्स या आर्ट्स में कोर्सेज को चुन सकते हैं लेकिन कॉमर्स
और आर्ट्स स्ट्रीम छात्र साइंस वाले कोर्सेज नहीं चुन सकते हैं।
- साइंस का क्षेत्र काफी एडवांस है
और इसमें आगे भी रिसर्च होती रहेगी, तो करियर की असीम संभावनाएं हैं।
कॉमर्स स्ट्रीम
कॉमर्स दूसरा सबसे प्रसिद्ध विषय है। इसे वे विद्यार्थी चुन सकते
हैं जिनके 10वीं में 40 प्रतिशत या इससे ज्यादा अंक आए हैं और
अगर आपकी रुचि बैंकिंग सेक्टर में है तो आप इसे चुन सकते है। इसमे आपको निम्नलिखित
सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं-
- एकाउंटेंसी
- बिजनेस स्टडीज
- इंग्लिश
- इकोनॉमिक्स
- मैथेमेटिक्स
कॉमर्स स्ट्रीम चुनने के फायदे
दसवीं के बाद कॉमर्स चुनने के निम्नलिखित फायदे हैं :
- 10वीं के बाद कॉमर्स की पढ़ाई करने
वाले उम्मीदवारों के पास कई ग्रेजुएशन विकल्प होते हैं और CA, CS, MBA, HR आदि जैसे कई करियर विकल्प होते
हैं।
- कॉमर्स का अध्ययन करने का दूसरा
बड़ा लाभ निवेश (इन्वेस्टमेंट) ज्ञान है। एक उम्मीदवार को पता चल जाएगा कि
उसे इसे मल्टीपल में कहां निवेश करना चाहिए। ज्यादातर लोग म्यूचुअल फंड, FD और शेयर बाजार का रुख करते हैं।
- यदि किसी उम्मीदवार की संख्या और
संख्यात्मक डेटा का विश्लेषण करने में गहरी रुचि है, तो कॉमर्स सबसे अच्छा विकल्प
उपलब्ध है।
- इसमें बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर फाइनेंस जैसे क्षेत्र में करियर के असीम
विकल्प हैं।