कर्नल किरोङी सिंह बैंसला का संदेश
मैंने बचपन से लेकर जवानी तक संघर्ष किया और जवानी पूरी देश सेवा में न्योछावर कर दी। जब मेरा रिटायरमेंट हुआ तब मैंने देखा कि मेरे समाज की दिशा- दशा बहुत दयनीय है अगर समय रहते समाज में सुधार नहीं हुआ , मुख्यधारा में हिस्सा नहीं हुआ तो समाज समय की रफ्तार से बहुत पीछे रह जाएगा फिर इन्होंने गांव-गांव घूमकर समाज को जागृत किया उन्होंने शिक्षा का महत्व समझाया युवाओं को प्रेरणा दी और समाज को नौकरियों में हिस्सा दिलवाने के लिए आरक्षण की मांग उठा लिया ,वही मांग धीरे-धीरे एक आंदोलन का हिस्सा बन गई और आंदोलन ही नहीं बल्कि एक इतिहास का काल बन गई उसके बाद बहुत कष्ट झेलने को मिले, जेल में गये यातनाएं सही लेकिन समाज से ऊपर वह कुछ नहीं थी समाज का लेवल उन यातनाओं के मुकाबले बहुत ऊपर था यही जज्बा जुनून उनके संघर्ष का नेतृत्व कर रहा था और उसमें पूरे समाज ने भी बखूबी भागीदारी भी निभाई हर पल हर मोड़ पर उनके नेतृत्व में डटे रहे, संघर्ष में हमने वीरों की शहादत दी परिणाम अनेक बार पक्ष में भी रहे राजनीतिक षड्यंत्र से कभी विपक्ष में भी रहे। मैंने समाज सुधार के कई मीटिंग किए और बहुत सी समाज सुधार में सफलताएं भी मिली एक जागृति पैदा हुई। इस समाज को एक नया नाम मिला आपने संघर्ष ही नहीं किया बल्कि सारा जीवन एक संघर्ष की गाथा तैयार की है!🌷🌷🌷🌷🌷
1 मुझे समाज में केवल अच्छा स्वस्थ और अच्छी शिक्षा चाहिए हमें कुपोषित समाज नहीं चाहिए
2 मुझे समाज में पढ़ी-लिखी मां चाहिए पड़ी हुई मां एक तरफ और 100 शिक्षक एक तरफ
3 मुझे कर्ज में डूबा हुआ समाज नहीं चाहिए क्योंकि वह तीन पीढ़ियों का सत्यानाश करेगा
4 अंग्रेजी सीखो किसी भी तरह का नशा मत करो
5 पन्द्रह साल की सामाजिक इमरजेंसी लगा दो केवल शिक्षा और स्वास्थ्य के अलावा खर्च नहीं
7 कथा /भागवत बंद कर दो जो भी बचत तो शिक्षा ओर स्वास्थ्य में लगा दो!!✌✌✌✌
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गुर्जर समाज कि योजनाए