कोरोना हिन्दी निबंध

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प्रस्तावना

कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में तहलका मचा रखा है। यह वायरस का जन्म चीन के वुहान शहर में हुआ। लेकिन अब यह भारत सहित दुनिया के लगभग सभी देशों के लोगों के लिए काल बन गया है।अब तक लाखों लोग इस वायरस की वजह से अपनी जान गँवा बैठे हैं। WHO ने कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी कोविड़-19 (COVID-19) को वैश्विक महामारी घोषित किया हैं।

क्या है कोरोना वायरस 

COVID-19 या कोविड-19 में  “को का मतलब कोरोना” , “वि का अर्थ है वायरसऔर डी का अर्थ है डिजीजयानी कोरोना वायरस डिजीज।और यह वायरस 2019 में अस्तित्व में आया इसलिए इसे COVID-19 कहा गया है।

यह वायरस दुनिया के लिए बिल्कुल नया है।इस वायरस के संक्रमण की शुरुवात 30 दिसंबर 2019 को चीन के वुहान शहर से हुई । कोरोना वायरस भी वायरस परिवार का एक सदस्य है। जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक आसानी से संक्रमित हो जाता है। इसके संक्रमण से जुखाम , खांसी गले में खरास और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या होती है।

कोरोना वायरस बहुत ही सूक्ष्म होता है । यह वायरस मानव के बाल से भी लगभग 900 गुना छोटा है। लेकिन इसका प्रभाव बहुत बड़ा व भयानक है।जिस कारण इसने विकराल रूप धारण कर लिया हैं।

कोरोना वायरस के लक्षण 

कोरोना वायरस के शुरुवाती कुछ लक्षण सर्दी-जुखाम से मिलते हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण हर उम्र के लोगों में हो सकता है। हालांकि गर्भवती महिलाएं , बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह ज्यादा खतरनाक है।इसलिए इनको ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता हैं।

इसके लक्षण सूखी खांसी , नाक बहना , गले में खराश , तेजी से बुखार आना आदि  हैं। मांस पेशियों में दर्द व शरीर में थकावट , सांस लेने में तकलीफ जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। यह  अस्थमा , डायबिटीज और हार्ट की बीमारी से परेशान लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक हैं। इसके अलावा समस्या गंभीर होने पर इंसान के शरीर के कई अंग एक साथ काम करना भी बंद कर देते हैं।

यह वायरस हवा से नहीं , बल्कि सांस लेने व छोड़ने की वजह से फैल रहा है।इसीलिए जिनमें संक्रमण के लक्षण दिखाई दें , उनसे उचित दूरी बना कर रखना जरूरी है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से संक्रमित होता है। इसीलिए इसमें बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

कोरोना वायरस से बचाव 

  • कोरोना वायरस से बचाव का सबसे बेहतर तरीका यह है कि बार-बार साबुन से हाथ धोएं। या अल्कोहल युक्त सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें । खाँसते या छींकते समय नाक और मुंह में रुमाल या टिशू पेपर रखें।
  • घर से बाहर जाने पर हमेशा मास्क और ग्लव्स पहनें ।
  • जिन व्यक्तियों को कोल्ड या फ्लू के लक्षण दिखे। उनसे 2 मीटर दूरी बना कर रखें।
  • वेवजह घर से बाहर न निकलें। भीड़ भाड़ वाली जगहों से दूर रहें। सार्वजनिक स्थानों या कार्यक्रमों में जाने से बचें।
  • अपनी व घर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • अभिवादन करने के लिए हाथ मिलाने , गाल चुमने या गले मिलने के बजाय नमस्ते कहें।नमस्ते करते वक्त भी अगले व्यक्ति से एक निश्चित दूरी बना कर रखें।
  • किसी समारोह या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए।
  • सबसे अहम बात अगर कोई व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ जाता है। तो उसे तुरंत जाकर अपना परीक्षण करवाना चाहिए। ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके।

संक्रमित व्यक्ति से रखें सावधानियां

अगर परिवार के किसी एक व्यक्ति को संक्रमण हो जाता है , तो परिवार के बाकी व्यक्तियों को भी इसके होने की पूरी-पूरी संभावनाएं रहती हैं। इसीलिए अगर परिवार का कोई एक व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो , बाकी व्यक्तियों को कुछ सावधानियां बरत कर बचाया जा सकता है।

  • संक्रमित व्यक्ति को अलग से कमरा दिया जाना आवश्यक है। जिसमें कमरे से ही जुड़ा हुआ टॉयलेट और बाथरूम की सुविधा हो।
  • संक्रमित व्यक्ति को घर के अन्य सदस्यों के कमरों में जाने की इजाजत नहीं देनी चाहिए।
  • संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग में लाए गए सामानों को सामान्य व्यक्तियों द्वारा उपयोग में नहीं लाना चाहिए।
  •  संक्रमित व्यक्ति की देखभाल करने वाला व्यक्ति अगर थोड़ा प्रशिक्षित हो तो बेहतर है।
  • संक्रमित व्यक्ति की देखभाल करने वाले व्यक्ति को संक्रमित व्यक्ति से लगभग 1 मीटर की दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
  • घर में बड़े बूढ़े , बच्चे , खासकर गर्भवती महिलाएं को संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
  • संक्रमित व्यक्ति को मास्क पहना कर रखना चाहिए। और उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति को भी मास्क व हाथों में दस्ताने पहनकर ही संक्रमित व्यक्ति की देखभाल करनी चाहिए।
  • एक बार प्रयोग में लाया गया मास्क व दस्ताने या अन्य सामान को तुरंत नष्ट कर देना चाहिए। खासकर संक्रमित व्यक्ति द्वारा प्रयोग में लाए गए सभी सामानों को नष्ट कर देना चाहिए।
  • संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाना या उन्हें छूना नहीं चाहिए। क्योंकि यह बीमारी हाथ मिलाने से या उनके करीब आने से फैलती है।

उपसंहार                                             

कोरोना वाकई में एक जान लेवा बीमारी है। जो सभी इंसानों के लिये खतरनाक है। यह एक ऐसी बीमारी है जो इंसानों से इंसानों पर फैलती हैं। और सीधे सीधे इंसान के फेफड़ों व स्वसन तंत्र को प्रभावित करती है।

इस बीमारी के लिए फिलहाल कोई दवा या वैक्सीन नहीं है। फ़िलहाल इस बीमारी से बचाव का उपाय सिर्फ सावधानी ही है। जीवन अनमोल है।इसलिए सावधानी बरतकर आप अपने को और अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य को बचा  सकते हैं।

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