SMILE 3.0 गृहकार्य दिनांक 20 जुलाई 2021
कक्षा-9 विषय- हिन्दी (पत्र लेखन)
प्रश्न
-1. पत्र लिखते समय किन बिन्दुओ का ध्यान रखना
चाहिए |
उत्तर – हर्ष, शोक, सूचना, समाचार, प्रार्थना और स्वीकृति आदि के भावों को लेकर कागज
पर लिखी किसी अधिकारी, स्वजन या सामान्य
जन को सम्बोधित वाक्यावली को पत्र कहते हैं।
पत्र-लेखन एक कला है। एक
सुगठित और सन्तुलित पत्र ही उत्तम पत्र माना जाता है।
पत्र लिखते समय हमें
निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए –
· पत्र सरल और
सुबोध भाषा में होना चाहिए।
· पत्र की भाषा
दुर्बोध नहीं होनी चाहिए।
· पत्र का आकार
संक्षिप्त होना चाहिए।
· पत्र में
अलंकारों, मुहावरों व
लोकोक्तियों का प्रयोग नहीं होना चाहिए।
· पते और तिथि
के कुछ नीचे बाईं ओर सम्बोधन (प्रिय, महोदय, श्रीमान) लिखते हैं।
· अंत में पत्र
के ऊपर पत्र पाने वाले का नाम, नगर का नाम, डाकघर, जिले व प्रदेश
का नाम और पिन कोड नम्बर स्पष्ट रूप से लिखना चाहिए।
प्रश्न -2 औपचारिक पत्र किसे कहते है ? इसके अंतर्गत कौन-कौन से पत्र आते
है ?
उत्तर – जिन लोगों के साथ हमारा कोई निजी परिचय नहीं होता है, उनके साथ किया
जाने वाला पत्राचार औपचारिक पत्रों की श्रेणी में रखा जाता है। ऐसे पत्रों में
व्यक्तिगत लगाव या आत्मीयता गौण होती है। इनमें तथ्यों और सूचनाओं को ही अधिक महत्त्व दिया जाता है।
औपचारिक पत्र के प्रकार –
· आवेदन – पत्र
· व्यावसायिक – पत्र
· अव्यावसायिक संस्थाओं के साथ पत्राचार
· सरकारी या कार्यालयी – पत्र
प्रश्न -3 अनौपचारिक पत्र किसे कहते है ? इसके अंतर्गत कौन-कौन से पत्र आते
है ?
उत्तर – जिन लोगों के साथ हमारा व्यक्तिगत संबंध होता है, उनके साथ किया जाने
वाला पत्राचार अनौपचारिक पत्रों की श्रेणी में रखा जाता है। ऐसे पत्रों में
व्यक्तिगत सुख-दुःख का ब्योरा भी प्रस्तुत किया जाता है। ये पत्र अपने परिवार के लोगों मित्रों और निकट संबंधियों को लिखे जाते हैं।
अनौपचारिक-पत्र के प्रकार –
·
बधाई पत्र
·
शुभकामना पत्र
·
निमंत्रण पत्र
·
विशेष अवसरों पर लिखे गये पत्र
·
सांत्वना पत्र
·
किसी प्रकार की जानकारी /सलाह आदि देने के
लिए
प्रश्न
-4 अपने प्रधानाचार्य जी
को तीन दिवस के अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र लिखिए |
उत्तर – सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय,
राजकीय
उच्च माध्यमिक विद्यालय,
नान्दोली
मेड़तिया (मकराना) नागौर |
विषय: अत्यावश्यक कार्य के कारण अवकाश हेतु।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि
मैं आपके विद्यालय की कक्षा नवीं का छात्र हूँ। श्रीमानजी मेरे घर पर अत्यावश्यक कार्य हो जाने के कारण में
विद्यालय उपस्थित होने में असमर्थ हूँ।
अत:श्रीमानजी आपसे
निवदन है की आप मुझे 20 जुलाई 2021 से 22 जुलाई 2021 तक तीन–दिन अवकाश प्रदान करने
की कृपा करे ।
धन्यवाद।
आपका
आज्ञाकारी,
दिनांक: 20 जुलाई, 2021 शिष्य – मोहन
कक्षा - 9
प्रश्न
-5
आपके क्षेत्र में अनाधिकृत मकान बनाए जा रहे है इनकी रोकथाम के लिए
जिलाधिकारी को पत्र लिखिए |
उत्तर –
सेवा में,
जिला अधिकारी
महोदय,
नागौर।
दिनांक: 15-07-2021
विषय: ग्राम पंचायत में अवैध निर्माण/अनधिकृत मकानो
की रोकथाम के लिए पत्र |
महोदय,
इस पत्र के
माध्यम से श्रीमानजी मैं आपका ध्यान ग्राम पंचायत नान्दोली मेड़तिया में किए जा रहे
अवैध निर्माण /अनधिकृत निर्माण की और आकृष्ट करना चाहता हूँ | ग्राम पंचायत नान्दोली मेड़तिया में इन दिनों अवैध /अनधिकृत निर्माण का
कार्य जोरों पर है | ग्राम पंचायत द्वारा
बनाए गए पार्क में कुछ लोगों ने अपना सामान जमा कर लिया है | और धीरे -धीरे अपना कब्जा बढ़ा रहे है तथा उनकी देखा -देखी कर कुछ लोगों ने
तो यहाँ डेरा तक लगाना शुरू कर दिया है | बच्चों के खेलने के स्थान पर कब्ज़ा हो जाने से उनके खेलने के लिए अब स्थान
ही नहीं रहा है | हमनें ग्राम
पंचायत स्तर पर प्रयास किए कि उन्हें इस
स्थान पर स्थान पर कब्ज़ा करने से रोक सकें | परंतु यह संभव नहीं हो पाया |
अत:आपसे निवेदन है कि आप इस ओर
विशेष ध्यान दें | इस अवैध/अनधिकृत
निर्माण को रोके और अतिक्रमण को हटाकर पार्क को पुन: दुरुस्त करने का कष्ट करें |
हमे आशा ही नही बल्कि पूर्ण
विश्वास है कि आप इस प्रार्थना पत्र पर शीघ्र कार्यवाही करेंगे।
धन्यवाद |
भवदीय,
समस्त ग्रामवासी
नान्दोली मेड़तिया |