google.com, pub-9828067445459277, DIRECT, f08c47fec0942fa0 11th हिन्दी | 04.08.2021 | पाठ-1 |रामनरेश त्रिपाठी | पथिक| Smile 3.0 H.W |Work Sheet |

11th हिन्दी | 04.08.2021 | पाठ-1 |रामनरेश त्रिपाठी | पथिक| Smile 3.0 H.W |Work Sheet |

कक्षा-11  विषय- हिन्दी अनिवार्य

दिनांक -04 अगस्त 2021

पाठ -11 ‘पथिक’ रामनरेश त्रिपाठी (पार्ट -2)

जीवन परिचय- 

·      जन्म 1881 ई० में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के कोइरीपुर नामक स्थान पर

·      इनकी आरंभिक शिक्षा विधिवत् नहीं हुई। इन्होंने स्वाध्याय से हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला और उर्दू का ज्ञान प्राप्त किया।

·      इनकी कविताओं का विषय-वस्तु देश-प्रेम और वैयक्तिक प्रेम हैं।

·      इन्होंने 20 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा की तथा हजारों ग्रामगीतों का संकलन भी किया।

·       मृत्यु 1962 ई० में हुई।

 

रचनाएँ- 

·      खंड काव्य-पथिक, मिलन, स्वप्न।

·      कविता-संग्रह-मानसी।

·      सपादन-कविता कौमुदी, ग्रामगीत।

·      आलोचना-गोस्वामी तुलसीदास और उनकी कविता।

साहित्यिक विशेषताएँ- रामनरेश त्रिपाठी छायावाद पूर्व की खड़ी बोली के महत्वपूर्ण कवि माने जाते हैं। इन्होंने अपने समय के समाज सुधार के स्थान पर रोमांटिक प्रेम को कविता का विषय बनाया। इनकी कविताओं में देश-प्रेम और वैयक्तिक प्रेम, दोनों मौजूद हैं, लेकिन देश-प्रेम को विशेष स्थान दिया है-

पराधीन रहकर अपना सुख शोक न कह सकता है।
यह अपमान जगत में केवल पशु ही सह सकता है।”

 

भाषा-शैली- भाषा खड़ीबोली है। उसमें माधुर्य और ओज है। कहीं-कहीं उर्दू के प्रचलित शब्दों का प्रयोग किया है। शैली सरस, स्वाभाविक और प्रवाहपूर्ण है। इनकी शैली के दो रूप प्राप्त होते हैं-वर्णनात्मक एवं उपदेशात्मक।

 

SMILE 3.0 के तहत आये गृहकार्य दिनांक 04 अगस्त 2021

Q.1.संसार को कोन और कब ढक लेता है ?

उत्तर. गहरा अंधकार सारे संसार को ढक लेता है और आकाश की छत पर तारे बिखेर देता है अर्थात् आकाश में तारे चमकने लगते हैं। 

Q.2. मृदु गति से कोन आता है ?

उत्तर.  स्वामी अर्थात् ईश्वर धीमी गति से आता है और समुद्र तट पर खड़ा होकर आकाश-गंगा के मनमोहक गीत गाता है।

Q.3. चन्द्रमा कब हसने लगता है ?

उत्तर. सूर्य के आगमन से आकाश में चन्द्रमा भी विमुग्ध होकर हँसने लगता है।

Q.4. कवि का “आत्म -प्रलय” कब होता है ?

उत्तर. पथिक संसार के दुखों से विरक्त होकर प्रकृति के सौंदर्य पर मुग्ध होकर वहीं बसने को इच्छुक व उत्सुक है | इन पंक्तियों के माध्यम से कवि कहते हैं कि पथिक प्रकृति के सौंदर्य से बेहद प्रभावित है | आगे पथिक कहता है कि प्रकृति की सौंदर्य में बढ़ोत्तरी करने के लिए वन, उपवन, पहाड़, समुद्र तल व वनस्पतियों पर मेघ बरसने लगते हैं | तो मैं आत्मिक रूप से भावुक हो जाता हूँ और मेरी आँखों से आँसू बहने लगते हैं |

Q.5. कवि ने किस राज्य को सर्वाधिक सुन्दर कहा है ?

उत्तर . पथिक आनंदित होकर कहता है कि यहाँ प्रकृति रूपी प्रेम का राज्य बेहद सुंदर है | 

 

              

 

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