पूरे प्रदेश में कोविड परिस्थितियां प्रतिकूल होती जा रही है तथा कोविड की तीसरी लहर की सभावनाएं भी की व्यक्त की जा रही है। ऐसी स्थिति एवं परीक्षार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बोर्ड द्वारा वर्ष 2022 की उच्च प्रायोगिक परीक्षा गत वर्ष अनुसार ही विद्यालय स्तर पर विद्यालयों में अध्यापन करवा रहे विषयाध्यापकों से दिनांक 12 जनवरी 2022 से 5 फ़रवरी 2022 के मध्य संपन्न कराने का श्रम करावें |
(1) वर्ष 2022 के नियमित परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा विद्यालय स्तर पर विषयवार अध्यापन करवा रहे योग्य विषयाध्यापकों से उक्त निर्धारित अवधि में सम्पन्न करायें।
(2) प्रायोगिक परीक्षाओं के दौरान राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 की की पूर्ण पालना सुनिश्चित की जाए तथा परीक्षाएँ उचित दूरी (Social Distancing) एवं से परीक्षार्थियों से मास्क लगवाकर ही संपन्न करावे |
(3) जिन विद्यालयों में किसी विषय
विषयाध्यापक नहीं है ऐसे विद्यालयों में समीप के किसी अन्य विद्यालय के
विषयाध्यापक को नियुक्त कर परीक्षाएं संपन्न करायें।
(4) प्रायोगिक परीक्षाओं के
सुव्यवस्थित रूप से संचालन एवं विद्यालयों (राजकीय एवं निजी) के निरीक्षण हेतु
जिले के CBEO को निर्देशित कर उन्हें पाबंद करावें |
(5) प्रायोगिक परीक्षाएं बोर्ड द्वारा
जारी विषयवार संक्षिप्त पाठ्यक्रम अनुसार संपन्न कराइ जावें | इस सबंध में विषयवार दिशा-निर्देश
की बोर्ड की वेबसाईट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in पर जारी किये जा रहे है |
(6) विद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षा की सामग्री यथा उत्तरपुस्तिका, ग्राफ, ड्राइंग शीट आदि जिले के नोडल केन्द्रों पर यथा समय प्रेषित की जाएगी जिसकी सूचना भी बोर्ड वेबसाइट के माध्यम से दे दी जाएगी।
(7) सभी विद्यालयों का निर्देशित करें कि उनके विध्याल में प्रायोगिक परीक्षा हेतु विषयवार परीक्षा कार्यक्रम निर्धारित कर कम से कम तीन दिन पूर्व आपको प्रेषित करें तथा परीक्षा कार्यक्रम विद्यालय के नॉटिस बोर्ड पर चस्पा कर परीक्षार्थियो को अवगत करावे |
(8) विद्यालय की विषयवार प्रायोगिक परीक्षा, बोर्ड नियमानुसार संपन्न कराकर, विषयाध्यापक द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं का अंकन कर, उसके द्वारा ली गयी गई परीक्षा के अंक, अंतिम बैच से ली गयी परीक्षा से दो दिवस में बोर्ड को ऑनलाइन प्रेषित करेंगे जिसका लिंक बोर्ड वेबसाइट के जरिये सूचित किया जायेगा तथा विद्यालय को समस्त विषयों की प्रायोगिक परीक्षा समपन्न होने के पश्चात् विषयवार परीक्षक के हस्ताक्षरयुक्त अंकों की सूचि एक लिफाफे में रखकर बोर्ड को निर्देशानुसार भिजवाएंगे | परीक्षा उपरांत उत्तरपुस्तिकाएँ विद्यालय में ही विषयवार सुरक्षित रखी जाये | इन्हें बोर्ड को नहीं भिजवाएं | बोर्ड द्वारा किसी भी समय किसी विद्यालय की उत्तरपुस्तिका मंगवाई जासकती है।
(9) विद्यालय की प्रायोगिक परीक्षा हेतु बनाये गए युग्म (वैच) अनुसार यदि कोई परीक्षार्थी निर्धारित तिथि को परीक्षा में अनुपस्थित रहता है तो उसकी परीक्षा विषयाध्यापक से उक्त अवधि के मध्य सम्पन्न करवायी जाये।
(10) किसी विद्यार्थी द्वारा ऐसे विषय का चयन किया है जिसका विद्यालय में संचालन नहीं होता ऐसे विद्याथी की प्रायोगिक परीक्षा जिला शिक्षा अधिकारी की अनुमति से निकट के अन्य विद्यालय में उस विषय के परीक्षार्थियों के साथ सम्पन्न कराई जाये।
(11) प्रायोगिक परीक्षा प्रतिदिन दो बैचों में सम्पन्न करावें किन्तु किसी विद्यालय में किसी विषय में छात्र संख्या अधिक है तथा विद्यालय में लैब की पूर्ण क्षमता है तो कोविड – 19 प्रोटोकोल का पालन करते हुए परीक्षा प्रतिदिन तीन बैच में सम्पन्न कराई जा सकती है।
(12) प्रत्येक जिले में जिला शिक्षा
अधिकारी कार्यालय में एक नियंत्रण कक्ष दिनांक 16 जनवरी 2022 से 05 फ़रवरी 2022 तक बनाया जायेगा | जिसमें एक लिपिक एवं चतुर्थ
श्रेणी कर्मचारी कार्यरत रहेगा। लिपिक को प्रतिदिन 100/- एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को
प्रतिदिन 50/- मानदेय देय होगा।
आपसे निवेदन है कि वर्तमान कोविड संक्रमण के दृष्टिगत बोर्ड की उच्च
माध्यमिक स्तर की प्रायोगिक परीक्षाएं बोर्ड नियमानुसार एवं निर्देशानुसार
निर्धारित अवधि में सम्पन्न करवाकर इस व्यवस्था में सहयोग प्रदान करावे | बोर्ड द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक (मुख्यालय) को रू. 3000/- जिला शिक्षा अधिकारी को रू. 2000/- एवं प्रत्येक CRED’S को रू. 2000/-एक मुश्त, जिला शिक्षा अधिकारी के
प्रमाणीकरण के आधार पर देय होगे |
प्रायोगिक परीक्षा-2022 ,प्रायोगिक परीक्षा दिशा-निर्देश
बोर्ड परीक्षा 2022 के प्रायोगिक विषय हेतु सत्रांक की गणना
दो परख, अर्द्धवार्षिक सैद्धान्तिक, वर्क शीट - पोर्टफोलियो + क्विज आधारित मूल्यांकन को शामिल करते हुए कुल पूर्णांक में से सत्रांक देने है।
👉कुल पूर्णांक - (संगीत तथा चित्रकला के अलावा अन्य प्रायोगिक विषय हेतु)
20+20+34+12 =86
सत्रांक 14 में से देने है।
अतः पूर्णांक 86 में से
सत्रांक = (प्राप्तांक/86)X 14
👉कुल पूर्णांक - (संगीत तथा चित्रकला प्रायोगिक विषय हेतु)
20+20+14+12 =66
सत्रांक 6 में से देने है।
अतः पूर्णांक 66 में से
सत्रांक = (प्राप्तांक/66)X 6
नोट- दशमलव को अगले पूर्णांक में परिवर्तित करना है।
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