नेशनल डिजिटल हैल्थ मिशन 2020 |National Digital Health Mission In Hindi |
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन मह्त्वपूर्ण लाभ
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन मह्त्वपूर्ण लाभ
•एक हेल्थ आईडी मिलेगी.
•इस आइडी में आपका पर्सनल हेल्थ केयर
रिकॉर्ड रहेगा.
•आपकी हेल्थ फैसिलिटी रजिस्टर की
जाएगी.
•डिजी डॉक्टर की सुविधा मिलेगी
•टेलिमेडिसिन की सुविधा मिलेगी.
•ई-फार्मेसी की सुविधा मिलेगी.
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का मुख्य
उद्देश्य
•इस मिशन का मुख्य उद्देश्य देश के
नागरिकों का एक डिजिटल हेल्थ सिस्टम बनाना और हेल्थ डाटा को मैनेज करना है.
•हेल्थ डाटा कलेक्शन की क्वालिटी और
प्रसार को बढ़ाना.
•एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार करना जहां
हेल्थकेयर डाटा की परस्पर उपलब्धता हो.
•पूरे देश के लिए अपडेटेड और सही
हेल्थ रजिस्टर को तैयार करना और लोगों तक पहुंचाना.
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन
֍स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने एलान किया है कि
पूरे देश में नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन लेकर आएंगे।
֍इस योजना के तहत प्रत्येक देशवासी को एक हेल्थ
आइडी दी जाएगी, जिसमें उसके स्वास्थ्य का सम्पूर्ण
लेखा-जोखा रहेगा.
֍इस योजना के तहत आपके
हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर
ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी
रिपोर्ट्स क्या थीं, आपसे संबंधित ये सारी जानकारियां इसी एक
हेल्थ आइडी में दर्ज होगी
֍हर नागरिक के स्वास्थ्य का रिकॉर्ड , डॉक्टर का लेखा-जोखा एक एप या वेबसाइट के जरिए संचालित होगा लेकिन नागरिक
ये रिकॉर्ड्स व्यक्ति तक ही सीमित/गोपनीय रहेंगे।
֍जब एक व्यक्ति अपने रिकॉर्ड दिखाने की अनुमति
देगा तभी दूसरा डॉक्टर या व्यक्ति उस नागरिक की सारी जानकारी देख पाएगा।
֍पहली बार ये योजना चार चरणों में शुरू होगी, जिसके तहत पहला चरण , हेल्थ आईडी, पर्सनल
हेल्थ रिकॉर्ड्स, डिजी डॉक्टर और हेल्थ
फैसिलिटी की रिजस्ट्री होगी. बाद में इस योजना में ई-फार्मेसी और
टेलीमेडिसिन सेवा को भी शामिल किया जाएगा.
֍ इसमें दी गई हेल्थ आईडी अहम होगी और इस योजना में
कोई भी अपनी इच्छा से शामिल हो सकता है.
֍इसमें निजता/गोपनीयता का खास ख्याल रखा गया है.
•राष्ट्रीय डिजिटल
स्वास्थ्य मिशन चार पिलर यानि कि स्तंभ पर काम करेगा।
•हेल्थ
आईडी
1.हर
नागरिक को एक यूनिक हेल्थ आईडी दी जाएगी और विकल्प दिया जाएगा कि वो उसे अपने आधार
से लिंक करवाए या नहीं।
2.ये
आईडी राज्यों, अस्पतालों, पैथालॉजिकल
लैब और फार्मा कंपनियों में उपयुक्त होगी।
3.ये
आईडी पूरी तरह से स्वैच्छिक तरीके से काम करेगी।
4.आईडी
में नागरिक का जो भी लेखा-जोखा होगा वो, खुद से सरकारी कम्यूनिटी
क्लाउड में स्टोर हो जाएगा।
5.ऐसा
डाटा को सुरक्षित करने की दृष्टि से किया जाएगा। ये एक तरह से डिजिलॉकर की तरह काम
करेगा, जिसमें सभी जरूरी कागज इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में जमा हो जाते हैं।
6.अगर
कोई व्यक्ति किसी तरह का कैश ट्रांसफर स्कीम का लाभ उठाना चाहता है तो ही उसे अपनी
हेल्थ आईडी को आधार कार्ड से लिंक करना होगा और अगर ऐसा नहीं है तो आधार कार्ड से
लिंक करने की कोई जरुरत नहीं पड़ेगी।
••निजी
स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स
1.इन
निजी रिकॉर्ड्स में नागरिक की सारी स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों सम्मिलित होंगी।
2.इसमें
जन्म से लेकर प्रतिरक्षा, सर्जरी, प्रयोगशाला
टेस्ट तक सारी जानकारी होंगी।
3.इसे
हर नागरिक की हेल्थ आईडी से लिंक किया जाएगा।
4.इस
निजी हेल्थ रिकॉर्ड इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसमें अपने डाटा का स्वामित्व
किसी व्यक्ति के पास ही होगा।
5.इस
रिकॉर्ड के जरिए एक कंसेट मैनेजर काम करेगा, जिसके तहत अगर कोई डॉक्टर भी
डाटा या मरीज की रिपोर्ट देखना चाहेगा तो शख्स के पास संदेश आएगा कि डॉक्टर
रिपोर्ट देखना चाह रहा है और कितने समय तक डॉक्टर रिपोर्ट देख सकता है।
6.यही
इस एप का सबसे बड़ा फायदा है कि अगर शख्स या मरीज की सहमति नहीं होगी तो सरकार भी
उसका डाटा देख नहीं पाएगा।
••डिजिडॉक्टर
1.इस
प्लेटफॉर्म के जरिए देश के हर डॉक्टर को यूनिक पहचानकर्ता दिया जाएगा।
2. ये नंबर
रजिस्ट्रेशन नंबर से अलग होगा।
3. रजिस्ट्रेशन
नंबर राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद की ओर से हर डॉक्टर को दिया जाएगा।
4.डॉक्टर
को डिजिटल हस्ताक्षर दिया जाएगा, जिसकी मदद से वो मरीजों को
प्रिसक्रिप्शन लिखा जाएगा।
5.भारत
में डिजिटल हस्ताक्षर बनाने के लिए फीस देनी होती है।
6.हालांकि
इस सेवा के लिए ना ही यूजर और ना ही डॉक्टर को भुगतान करना होता है।
7.इसके
तहत डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन को भी एकत्रित करने की योजना है, जो कि हर राज्य में अलग-अलग होगा।
•स्वास्थ्य
सुविधा पहचानकर्ता
1.डॉक्टर
और मरीज की तरह ही हर स्वास्थ्य सुविधा जो एक यूनिक इलेक्ट्रॉनिक पहचान दी जाएगी।
2.ये
सुनिश्तित करेगा कि सभी सुविधाएं अप्रयुक्त रूप से मैप की गई है और अपने
पहचानकर्ता सुविधा के जरिए अपने सभी क्लीयरेंस और ऑडिट के लिए इस्तेमाल की जाएगी।
3.मौजूदा
समय में भारत में अस्पताल खोलना एक कठिन प्रक्रिया है।
4.ऐसा
इसलिए क्योंकि बहुत विविध आवश्यकताओं के लिए अलग-अलग एजेंसियों क्लीयरेंस और
रजिस्ट्रेशन की जरुरत पड़ती है।
5.नेशनल
डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत हर नागरिक को एक छतरी के नीचे लाने की तैयारी की जाएगी।
योजना
का क्रियान्वयन
֍पूरे
देश में 15 अगस्त से चरणबद्ध तरीके से लागू होगी
योजना
֍नेशनल
डिजिटल हेल्थ मिशन NDHM योजना को देश में चरणबद्ध तरीके से लागू किया
जाएगा, योजना की शुरूआत में इसे कुछ चुनिंदा
राज्यों में ही लागू किया जाएगा.
֍इस
योजना को वित्त मंत्रालय ने इस प्रस्तावित योजना के लिए 470
करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है.
֍NHA ने
इसका एप और वेबसाइट तैयार किया है.
֍आयुष्मान
भारत की तरह ही ये योजना पूरे देश में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य उपलब्ध कराने में
कारगर होगी.